अय्यर ने बचपन से ही वैज्ञानिक बनने का सपना देखा था और उन्होंने इस सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। अगर आप सही जगह पर नहीं हैं, तो आपकी ताकत, कौशल और ज्ञान बेकार हैं। वह व्यक्ति नाटक देखने के लिए वहीँ बैठ गया व देखते ही https://lokhitkhabar.com/