त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥ चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।। प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं । अर्थ- हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता https://lyrics-of-shiv-chalisa-in97373.muzwiki.com/7137206/5_essential_elements_for_shiv_chalisa_lyrics_in_gujarati_pdf