यदि इंसान सिर्फ दौलत के बारे में ही सोचता रहे तो लोगों की सेवा कब करेगा. – दौलत मोर – शिखी, शिव -सुत -वाहन, कलाजी, सारंग, नीलकंठ, केकी, मयूर। मेरा विचार तो ये है कि जब भी अवसर मिले इनका प्रयोग अपने लेखन-कौशल को बढ़ाने के लिए करते रहना चाहिए. https://felixwapgs.wikigdia.com/6543100/not_known_details_about_aadat_ka_paryayvachi_shabd